नाबालिग छात्रा ने आवासीय विद्यालय में दिया बेटी को जन्म, लापरवाही में 6 अफसर निलंबित
भुवनेश्वर. ओडिशा के कंधमाल जिले में दारिंगबाड़ी के सेवा आश्रम आदिवासी आवासीय विद्यालय में शनिवार रात एक नाबालिग छात्रा ने बेटी को जन्म दिया। प्रशासन ने मामलेे की जांच शुरू करते हुए छह अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। पीड़ित आठवीं कक्षा की छात्रा है। फिलहाल, मां और बच्चा स्वस्थ हैं।
बताया गया कि बच्ची को जन्म देने के बाद प्रसूता बेटी को लेकर पास के ही जंगल में भाग गई थी। वह रातभर जंगल में ही रही। पुलिस और जिला प्रशासन के अफसरों को तड़के जच्चा-बच्चा सुरक्षित हालत में मिले। उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना से नाराज लोगों और पीड़िता के परिजनों ने विरोध-प्रदर्शन करते हुए नेशनल हाइवे 59 जाम कर दिया। वे आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे।
एससी/एसटी और अल्पसंख्यक विकास मंत्री रमेश चंद्र माझी के आदेश पर कलेक्टर ने हॉस्टल वॉर्डन, अधीक्षक और एक सहायक नर्स समेत सेवा आश्रम के छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। सेवा आश्रम हाईस्कूल जनजातीय और ग्रामीण विकास विभाग की ओर से संचालित किया जाता है।
कंधमाल जिला कल्याण अधिकारी चारूलता मलिक ने कहा, ‘‘पीड़ित छात्रा की उम्र 14 साल है, जो कक्षा आठवीं की छात्रा है। पुलिस ने मामले में युवक श्रवण प्रधान को गिरफ्तार कर लिया है। वह दारिंगबाड़ी कॉलेज में थर्ड ईयर का छात्र है।’’