लोकसभा चुनाव 2019 : उत्तर प्रदेश, आचार संहिता के उल्लंघन पर भीम आर्मी प्रमुख, रालोद महासचिव समेत कई के खिलाफ मुकदमे दर्ज..
लोकसभा चुनाव 2019 की तारीखों की घोषणा के साथ ही 10 मार्च से आदर्श आचार संहिता लागू हो गई। इसके बाद से ही प्रदेश के कई जिलों में अचार संहिता उल्लंघन के मामले आने लगे हैं। ताजा मामला मेरठ और सहारनपुर से आया है। इससे पहले राजधानी लखनऊ में अब तक दो मुकदमे दर्ज किये जा चुके हैं।
सहारनपुर में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को मंगलवार को पुलिस ने आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में हिरासत में ले लिया गया। संगठन द्वारा सहारनपुर से दिल्ली के लिए निकाली जा रही बहुजन सुरक्षा अधिकार यात्रा की अनुमति न होने पर पुलिस ने यह कार्रवाई की।हालांकि समर्थकों के हंगामें और चंद्रशेखर की तबीयत खराब होने के बाद पुलिस ने चंद्रशेखर को छोड़ दिया।पुलिस ने भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर व जिलाध्यक्ष कमल वालिया को नामजद करते हुए 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन का मामला दर्ज कराया है। इंस्पेक्टर ने बताया कि यात्रा में शामिल वाहन मालिकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रत्न ने कहा कि यात्रा के लिए प्रशासन से एक माह पूर्व अनुमति मांगी गई थी। खुफिया विभाग ने भी संस्तुति कर दी थी, लेकिन इसके बाद भी पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने यात्रा को रोक दिया।एसएसपी सहारनपुर दिनेश कुमार पी ने बताया कि चंद्रशेखर व उनके समर्थक बाइक रैली निकालकर मुजफ्फरनगर जाने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस-प्रशासन द्वारा उन्हें निर्वाचन आयोग के आदेशों से अवगत कराते हुए बिना अनुमति यात्रा न निकाले जाने को कहा गया। इसके बावजूद यात्रा निकालने का प्रयास किया गया।
मेरठ के कंकरखेड़ा के खिर्वा रोड स्थित अतुल फार्म हाउस में जयंत चौधरी ने सपा-बसपा और रालोद नेताओं के साथ बैठक की थी। साथ ही यहां सभा को भी संबोधित किया गया। पुलिस का दावा है कि उसकी पुलिस-प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई। निर्वाचन आयोग के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए यह बैठक की गई, जिसमें न सिर्फ आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ, बल्कि धारा-144 के नियम भी तोड़े गए।
कंकरखेड़ा थाना पुलिस ने एसएसपी को मामले से अवगत कराया। एसएसपी नितिन तिवारी के निर्देश पर हाईवे चौकी इंचार्ज एसआइ महेश चंद ने रालोद के पश्चिम उप्र महासचिव सावित्री गौतम के विरुद्ध आइपीसी की धारा 171 (ज) व धारा-144 का उल्लंघन करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद रालोद में हलचल मच गई है। देर रात तक पुलिस के शिकंजे से बचने का प्रयास किया जाता रहा।
रालोद के जिलाध्यक्ष राहुल देव का कहना है कि आचार संहिता लगने से पूर्व बैठक की अनुमति मांगी गई थी, जो नहीं मिल सकी। मंगलवार को भी अनुमति लेने का प्रयास किया गया था। वहीं मेरठ एसपी नितिन तिवारी ने कहा कि कानून से किसी को खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। जिले में आचार संहिता के उल्लंघन का यह पहला मामला है। आरोपितों पर कार्रवाई होगी।
राजधानी लखनऊ में अचार संहिता उल्लंघन का पहला मुकदमा अलीगंज थाने में दर्ज हुआ है। इंस्पेक्टर अलीगंज फरीद अहम के मुताबिक प्रचार वाहन सीज कर कार्रवाई की गई है। पुलिस के अनुसार सवोदय भारत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गिरीश नारायण पांडेय लखनऊ लोकसभा सीट से सांसद का चुनाव लडऩे की तैयारी रहे हैं। सोमवार रात उनका वाहन चुनाव सामग्री लेकर क्षेत्र में बिना अनुमति प्रचार कर रहा था।
लखनऊ के निगोहां क्षेत्र सुदौली मोड़ के पास दीवार पर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं का नाम लिखकर उनका महिमामंडन किया गया था। इसी संबंध में पुलिस ने एफआइआर दर्ज की है। एसओ निगोहां ने बताया कि दीवार पर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत अन्य बड़े नेताओं के नाम लिखे थे।
क्या है आचार संहिता?
-इलेक्शन कमीशन ने चुनाव बिना किसी विवाद के व्यवस्थित करने के लिए उम्मीदवारों और पार्टियों के लिए कुछ नियम कायदे बनाए हैं, जिन्हें आदर्श आचार संहिता कहा जाता है।
-साधारण आचरण (सिंपल प्रैक्टिस), सभाएं, जुलूस, वोटिंग डे, वोटिंग सेंटर, रूलिंग पार्टी और पार्टी मैनिफेस्टो को लेकर नियम-विनियम बनाए गए हैं।