November 22, 2024

लोकसभा चुनाव 2019: मायावती-अखिलेश और आरएलडी प्रमुख चौधरी अजित सिंह 7 अप्रैल से उत्तर प्रदेश में करेंगे 11 साझा रैलियां

लोकसभा चुनाव में गठबंधन के बाद अब सपा और बसपा प्रमुख साझा रैलियां कर वोटरों में रिझाने की कोशिश करेंगे. उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा और राष्ट्रीय लोक दल के बीच गठबंधन हुआ है, ऐसे में अखिलेश यादव, मायावती और अजित सिंह मिलकर सूबे में 11 रैलियां करेंगे. गठबंधन इन साझा रैलियों के जरिए एकजुटता का संदेश देने की कोशिश कर रहा है.

सपा के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा प्रमुख मायावती और आरएलडी प्रमुख चौधरी अजित सिंह की संयुक्त रैलियों का सिलसिला नवरात्र के शुभ दिनों में 7 अप्रैल से शुरू होकर 16 मई तक चलेगा. इस दौरान तीनों दलों के शीर्ष नेता 11 रैलियां करेंगे. प्रचार सामग्री और झंडे में इन दलों के नेताओं की फोटो, चुनाव चिह्न संयुक्त रूप से प्रदर्शित किए जाएंगे.

उत्तर प्रदेश में महागठबंधन के साथ सपा, बसपा और आरएलडी के शीर्ष नेता अप्रैल के पहले सप्ताह से ताबड़तोड़ संयुक्त रैलियां कर अपने-अपने कार्यकर्ताओं को केंद्र और यूपी में सत्ताधारी बीजेपी के खिलाफ एकजुटता का संदेश देंगे. चौधरी ने बताया कि लोकसभा चुनाव में गठबंधन ने अपने प्रत्याशियों की जीत और भाजपा की बेदखली सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त रैलियां करने का फैसला लिया है.

उन्होंने कहा कि संयुक्त रैलियों से यह संदेश जाएगा कि गठबंधन में शामिल दलों के कार्यकर्ता एकजुट हैं और वे बीजेपी के ‘मुमकिन’ को अपनी कोशिशों से ‘नामुमकिन’ में बदलने को तैयार हैं. चौधरी ने बताया कि पहली रैली 7 अप्रैल को देवबंद में होगी. इस संयुक्त रैली में सहारनपुर, कैराना, बिजनौर और मुजफ्फरनगर संसदीय क्षेत्र के कार्यकर्ता शामिल होंगे, जबकि 13 अप्रैल की रैली बदायूं लोकसभा क्षेत्र में होगी.

राजेंद्र चौधरी ने बताया कि 16 अप्रैल को आगरा में होने वाली रैली में आगरा, फतेहपुर सीकरी और मथुरा लोकसभा क्षेत्रों के तीनों दलों के कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे. इसके बाद 19 अप्रैल की संयुक्त रैली मैनपुरी संसदीय क्षेत्र में होगी. मैनपुरी सपा का गढ़ है और यहां से पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव को टिकट दिया है. चर्चा है कि इस रैली में मुलायम भी शामिल हो सकते हैं.

सपा प्रवक्ता ने बताया कि 20 अप्रैल को रामपुर में आयोजित संयुक्त रैली में मुरादाबाद, रामपुर और संभल लोकसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे. इसी दिन एक रैली फिरोजाबाद में भी होगी. उन्होंने बताया कि कन्नौज संसदीय क्षेत्र में गठबंधन की संयुक्त रैली 25 अप्रैल को होगी जबकि एक मई को फैजाबाद में होने वाली संयुक्त रैली में बाराबंकी, फैजाबाद और बहराइच लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ता शामिल होंगे.

इसके अलावा आठ मई को आजमगढ़ में होने वाली रैली में आजमगढ़ और लालगंज लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे. चौधरी ने कहा कि 13 मई को गोरखपुर, महाराजगंज और कुशीनगर लोकसभा सीटों के लिए संयुक्त रूप से एक रैली गोरखपुर में होगी.

गठबंधन की अंतिम रैली 16 मई को वाराणसी में होगी. यह रैली संयुक्त रूप से वाराणसी, चंदौली, मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज लोकसभा सीटों के लिए होगी. उन्होंने कहा कि तीनों दलों के कार्यकर्ता, पदाधिकारी, विधायक, सांसद सभी समन्वय के साथ चुनाव प्रचार में जुट गए हैं. चौधरी ने कहा कि गठबंधन का लक्ष्य संविधान की रक्षा के लिए केंद्र में बीजेपी को हराना है.