दिखना है ब्यूटिफुल और सिंपल? इन तरीकों से दूर करें पिंपल
टीनएज के दौरान पिंपल्स की समस्या होना आम बात है। लेकिन कई बार यह दिक्कत बड़ी उम्र में भी घेर लेती है। यह दिक्कत उन लोगों को ज्यादा फेस करनी पड़ती है, जिनकी स्किन ऑइली होती है। क्या आपको पता है कि पिंपल कितनी तरह के होते हैं और इन्हें कंट्रोल में रखने के लिए आपको किन चीजों को खाना चाहिए? आइए, यहां जानते हैं…
सबसे पहले जानें यह
हम सभी की त्वचा में छोटे-छोटे रोम छिद्र होते हैं। जिन लोगों की स्किन ऑइली होती है, इसका कारण उनकी बॉडी में तैलीय ग्रंथियों का अधिक ऐक्टिव होना होता है। जब इन ग्रंथियों से निकलने वाले ऑइल पर डेड स्किन सेल्स की परत आ जाती है तो पिंपल्स की समस्या होने लगती है। पिंपल्स का कारण अनुवांशिक और खान-पान की वजह भी हो सकता है।
लाइफस्टाइल और पिंपल
अक्सर पिंपल ठीक हो जाने के बाद कुछ ही दिनों के अंदर इनके निशान भी चले जाते हैं। लेकिन कुछ पिंपल ऐसे होते हैं, जो चेहरे पर पर्मानेंट मार्क की तरह अपनी पहचान छोड़ देते हैं। ऐसे में ना केवल फिजिकल पेन बल्कि मेंटल पेन से भी गुजरना होता है। पिंपल होने की वजह खराब डायजेशन और अधिक तनाव भी हो सकता है।
कई प्रकार के होते हैं पिंपल्स
हम पिंपल्स को केवल पिंपल्स के नाम से जानते हैं लेकिन शायद ही कभी एक इस बात पर गौर करते हैं कि पिंपल्स भी अलग-अलग तरह के होते हैं। जैसे दाना या फुंसी ब्लैकहैड्स, वाइट हैड्स, पेपुल्स, पुटी या गांठ और नेड्यूल्स।
दाना या फुंसी पिंपल
दाना या फुंसी होने का अनुभव हम सभी को रहा होता है। ये लाल रंग के और साइज में छोटे या बड़े दाने हो सकते हैं। शुरुआत में ठोस होते हैं और इनमें दर्द और दुखन भी बहुत होते हैं। कुछ दिन बाद इनकी रेडनेस कम हो जाती है और इनमें पस भर जाता है।
ब्लैकहैड्स
ब्लैक हेड्स आमतौर पर काले रंग के हल्के सख्त और लंबे रेशे होते हैं, जो त्वचा के रोमछिद्रों में जमा हो जाते हैं। ये त्वचा की ब्लैकनेस बढ़ाते हैं और इसकी स्मूदनेस को भी कम करते हैं। ब्लैकहैड्स स्किन में मेलानिन के ऑक्सीकरण के कारण होते हैं और हमें लगता है कि ये गंदगी के कारण जमा हुए हैं।
पेपुल्स
पेपुल्स का रंग हल्का गुलाबी से लेकर गहरा लाल तक हो सकता है। ये रेजर कट, रेजर बर्न, किसी कीड़े के काटने या त्वचा संबंधी किसी समस्या के कारण हो सकते हैं। आमतौर पर ये बहुत ही सेंसटिव और पेनफुल होते हैं।
नोड्यूल्स
नोड्यूल्स उन पिंपल्स को कहा जाता है, जो हमारी स्किन के ऊपर की तरफ डिवेलप होने के बजाय अंदर की तरफ डिवेलप होते हैं। ये आकार में दूसरे पिंपल्स से कुछ बड़े, कठोर और हल्के से टच से भी दर्द देनेवाले हो सकते हैं।
पुटी, सिस्ट या गांठ
पिंपल्स में भी सिस्ट या गांठ एक प्रकार होता है। इसमें सूजन भी होती है और घाव भी। आमतौर पर इस तरह के मुंहासे होने पर डॉक्टर की गाइडेंस की जरूरत पड़ती है। ये काफी दर्द देनेवाले और पस भरे होते हैं।