पिंक बॉल से जितना खेलेंगे उतना हम सीखेंगे: चेतेश्वर पुजारा

 
कोलकाता

चेतेश्वर पुजारा भारत के पहले डे-नाइट टेस्ट को लेकर काफी उत्साहित हैं। भले ही इसके चुनौतीपूर्ण होने की बातें चल रही हैं लेकिन उन्हें भरोसा है कि टीम की मजबूत बल्लेबाजी लाइन-अप को पिंक बॉल से सामंजस्य बिठाने में कोई समस्या नहीं होगी।
तीन साल पहले जब सौरभ गांगुली की अगुआई वाली बीसीसीआई की तकनीकी समिति ने पहली बार गुलाबी गेंद के साथ प्रयोग किया था तो इसे दलीप ट्रोफी में लागू किया गया था। तब पुजारा ने इंडिया ब्लू के लिए दो बड़े शतक से 453 रन बनाए थे। उन्होंने नाबाद 256 रन की पारी भी खेली थी।

गांगुली ने अब बीसीसीआई अध्यक्ष पद संभालते ही दिन-रात्रि टेस्ट के लिए बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड को सहमत कर लिया, जिससे अब दोनों देश 22 से 26 नवंबर तक ईडन गार्डेंस में गुलाबी गेंद से अपना पहला टेस्ट मैच खेलेंगे। महान क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर सहित पूर्व खिलाड़ियों ने कई चुनौतियों की बात की है, जिसमें शाम में खेलने से ओस की समस्या सबसे अहम है।

टेस्ट में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले पुजारा ने कहा, 'यह उत्साहित करने वाला होगा। हमने जो डे-नाइट मैच खेला था तो वो फर्स्ट क्लास मैच था, यह टेस्ट मैच होगा। मुझे पूरा भरोसा है कि सभी खिलाड़ी इसके लिए उत्साहित हैं।'पुजारा ने 2016-17 सत्र में दूधिया रोशनी (फ्लड लाइट) में गेंद दिखने में दिक्कत की शिकायत की थी लेकिन अब वह इसके लिए अच्छी तरह तैयार हैं।

उन्होंने कहा, 'जितना हम खेलेंगे, उतना ही हमें अनुभव मिलेगा कि गेंद को कैसे खेला जाए। हर गेंद में अपनी चुनौती होती हैं मुझे नहीं लगता कि लाल गेंद की जगह गुलाबी गेंद से खेलने में ज्यादा बदलाव करना होगा। कारण यह है कि यह एक ही प्रारूप है। हम पांच दिवसीय मैच ही खेल रहे हैं।'