पंचतत्व में विलीन हुए सिद्धू मूसेवाला,उमड़ी भीड़, सुरक्षा चाक चौबंद

मानसा
 पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala) पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। उनके पैतृक गांव मूसा में उस खेत में हुआ, जहां वो अक्सर जाया करते थे। पिता बलकौर सिंह ने बेटे को मुखाग्नि दी और फफक फफक कर रो दिए। थोड़ी देर बार उन्होंने अपनी पगड़ी उतारी और बेटे के फैंस और वहां आए लोगों का शुक्रिया अदा किया। यह पल इतना भावुक था कि हर कोई रोने लगा। अंतिम संस्कार में कई नेता भी शामिल हुए। मूसावाला के फेवरेट ट्रैक्टर 5911 पर उनकी शव यात्रा निकाली गई। पूरा रास्ता नारों से गूंजता रहा।

फेवरेट ट्रैक्टर पर अंतिम यात्रा
मूसेवाला की अंतिम यात्रा उनके फेवरेट ट्रैक्टर पर निकली है। अपने कई पंजाबी गानों में उन्होंने इस ट्रैक्टर का जिक्र किया है। उन्हें इससे इतना लगाव था कि इसे मोडिफाई करवाकर घर पर रखे हुए थे और जब भी मन होता इसे लेकर खेतों की ओर निकल जाते थे।

हर आंख हुई नम
अपने चहेते स्टार की आखिरी झलक पाने बड़ी संख्या में उनके फैंस उमड़ पड़े हैं। लोग काफी भावुक हैं। कुछ फैंस ने तो अपनी बॉडी पर मूसेवाला का टैटू तक बनवा रखा है। घर से अंतिम संस्कार वाली जगह तक पैर रखने की जगह नहीं बची है। फैंस सिद्धू भाई अमर रहे के नारे लगा रहे हैं। जानकारी मिल रही है कि राज्य सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी हुई है।

मूसेवाला के कुत्ते भी कुछ खा नहीं रहे
मूसेवाला के एक रिश्तेदार ने बताया है कि सिद्धू के पालतू कुत्ते भी कुछ नहीं खा रहे हैं। दो दिन से उन्होंने खाने की तरफ देखा तक नहीं है। उनकी आंखें में नम सी दिख रही है। ऐसा लग रहा है कि उन्हें पता चल गया है कि जो उन्हें सबसे ज्यादा प्यार करता था, वो अब इस दुनिया में नहीं है। रिश्तेदार ने बताया कि मूसेवाला खुद उन्हें सुबह और शाम में खाना खिलाया करते थे।

फिल्मी स्टाइल में हुआ मूसेवाला का मर्डर
29 मई रविवार को मानसा के गांव जवाहरके में अज्ञात हमलावरों दिन दिहाड़े सिद्धू मूसेवाला पर अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं। बताया जाता है कि इस दौरान करीब 30 राउंड फायर किए गए थे। जो उनके सिर-छाती और पेट के आर-पार हो गई थीं। हमलावर दो मिनट में इस सारी घटना को अंजाम देने के बाद भाग निकले। इस हमले की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंश बिश्नोई और गोल्डी बराड़ ने ली है।