संपूर्ण नगर में नहीं है पार्किंग के लिये कोई निर्धारित स्थान

गंजबासौदा
संपूर्ण नगर में हर मुख्य मार्ग पर  फैले अतिक्रमण के कारण एवं अव्यवस्थित पार्किंग , शासकीय एवं अशासकीय कार्यालयों के आगे दशकों से हो चुके स्थाई अतिक्रमण के कारण नगर के हर प्रमुख मार्गों पर हर दिन जगह जगह दर्जनों बार जाम लगता है। जो नागरिकों के लिये आवागमन में सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। नगर में कहीं भी वाहन पार्किंग के लिये चिन्हित स्थान नहीं है।

स्टेशन से लेकर गांधी चौक तक दोपहिया वाहन सड़कों पर ही खड़े दिखाई देते हैं। मुख्य सड़क किनारे नागरिक, किसान और वाहन चालक अपने वाहन खड़े कर अपने काम निपटाने के लिये चले जाते हैं। कई घंटों तक वाहन सड़क किनारे ही खड़े रहते हैं। इससे सड़क पर जाम की स्थिति बन रही है। नगर की यातायात व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। वहीं नगर में सैकड़ों की संख्या में दो पहिया और चार पहिया वाहन है। कई नागरिकों द्वारा चारपहिया वाहन तो खरीद लिये जाते हैं।

लेकिन उनके पास उन वाहनों को रखने की जगह न होने के कारण वह अपने वाहनों को सड़कों पर ही खड़ा करे रहते हैं जिससे स्थिति और बिगड़ जाती है। शहर में दर्जनों की तादात में शासकीय और प्रायवेट बैंकों की शाखाएं खुली हैं लेकिन बैंक शाखाओं के आगे पर्याप्त वाहन पार्किंग की व्यवस्था नही है जिससे बैंकों में पदस्थ स्टाफ और बैंक उपभोक्ता अपने दो पहिया और चार पहिया वाहन सड़क किनारे ही खड़े कर देते हैं । जिसके चलते सड़कों पर जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। इसका मुख्य कारण है कि नगर में दर्जन भर से अधिक यातायात पुलिस कर्मी है जो सिर्फ चालानी कार्यवाही एवं वसूली करने के लिये हैं। उन्हें नगर में लगने वाले जाम से कोई लेना देना नहीं है।

घंटों खड़ी रहतीं हैं बीच सड़क पर चार पहिया वाहन
सिरोंज चौराहा से स्टेशन तक बड़ी बड़ी दुकानों के सामने आयदिन बीच सड़क पर छोटे बड़े चार पहिया एवं दो पहिया वाहन खड़े कर बाजार में घंटों खरीददारी करते हैं इस कारण यातायात मे नागरिकों को काफी परेशानी होती है। इसके अलावा बार बार ट्राफिक जाम की स्थिति बनती है। बाजार में चहल पहल रहती है। बीच सड़क पर खड़े ट्रेक्टर ट्राली के कारण यातायात प्रभावित होता है । यातायात पुलिस का उन पर कोई नियंत्रण नहीं है। इसलिये आयदिन नगर में यह समस्यायें देखने को मिलती हैं।

सड़कें बन रहीं पार्किंग स्थल
नगर में स्टेशन से लेकर गांधी चैक तक सभी प्रमुख मार्ग पार्किंग स्थल बने हुए हैं। सड़क की पटरियों तक कारोबारियों और भवन मालिकों का अतिक्रमण होने से वाहन को सड़क किनारे खड़ा करना अब मजबूरी बन चुका है। चालक सड़क के किनारे वाहन खड़े करके घंटों गायब हो जाते हैं। इससे सड़क पर बड़े वाहनोें के आगमन से जाम की स्थिति बन जाती है। इसी तरह नागरिकों ने बताया कि नगरपालिका को ही नगर में पार्किंग की जगह पूरे नगर में चिन्हित करना चाहिए लेकिन अब तक ऐसा कोई स्थान चिन्हित नहीं किया गया है जहां पार्किंग की सुविधा हो। नपा इस मुद्दे को बार बार टालती जा रही है। नगर में यातायात का दबाव बढ़ता ही जा रहा है जिसके कारण सड़क पर जाम की समस्या बढ़ती जा रही है।

नगर पालिका ने नहीं बनाये पार्किंग जॉन
नगर पालिका द्वारा शहर में कहीं भी पार्किंग जॉन नही ंबनाये गये जिसके चलते नागरिक सड़कों पर कहीं भी अपने वाहन खड़े कर देते हैं जिससे जाम तो लगता ही है सड़क दुर्घटना घटित होने का भय भी बना रहता है उल्लेखनीय है कि नागरिक लंबे समय से शहर में प्रमुख सार्वजनिक स्थानों और चौक चौराहों पर भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में पार्किंग जॉन बनाये जाने की मांग करते चले आ रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी नपा इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही । नपा द्वारा पार्किंग जॉन बना दिये जायें तो एक हद तक सड़कों पर लगने वाले जाम से निजात मिल जायेगी ।

बरेठ और त्योंदा रोड पर हो रहे हैं हादसे
बरेठ रोड से लेकर त्योंदा रोड तक दोपहिया वाहन एवं चार पहिया वाहन सड़क के किनारे आड़ी तिरछी पार्किंग करने के कारण सड़क सकरी हो गई है। इससे वाहनों को साइड देने एवं ओवरटेक के दौरान रोज दोपहिया वाहन सवार यात्री हादसे का शिकार हो रहे हैं। न्यायालय भवन के आगे वाहनों की पार्किंग से सड़क को मुक्त करने के लिये पुलिस प्रशासन व नपा ने अतिक्रमण हटाया था। लेकिन हालात फिर से ज्यों के त्यों हो गये हैं।

बना रहता है दुर्घटनाओं का भय
बैंकों के आगे लगे रहने वाली वाहनों की लंबी कतारों के कारण कई बार वाहन दुर्घटनाएं भी घटित हो चुकी हैं जिससे वाहन चालकों के यहां से गुजरते समय दुर्घटना का भय बना रहता है वाहन चालकों का कहना है कि ट्रेफिक पुलिस और बैंक प्रबंधकों को सड़कों पर वाहन खड़े करने की समस्या का समाधान तलाशना चाहिए अन्यथा कभी भी गंभीर घटना घटित हो सकती है । वहीं एक अन्य वाहन चालक नीरज का कहना है कि बैंकों के आगे लगने वाले जाम की समस्या की और न तो ट्रेफिक पुलिस ध्यान देती और न ही कोई अन्य जिससे यह समस्या स्थाई रूप धारण कर चुकी है।