उज्जैन की तर्ज पर संस्कारधानी में निकलेगी महाकाल राजा चंद्रमोलेश्वर की भव्य पालकी

राजनांदगांव
उज्जैन की तर्ज पर महाकाल राजा चंद्रमोलेश्वर जी की भव्य पालकी यात्रा राजनांदगांव शहर में भी निकलेगी, देवों के देव महादेव अपने श्रद्धालुओं से मिलने स्वयं निकलेंगे नगर भ्रमण में, सावन माह के चार सोमवार को यह पालकी शहर के अलग-अलग मंदिरों से निकलेगी। जिसमें बाजे-गाजे एवं भक्तिगीतों की गूंज रहेगी। महाकाल की नगरी उज्जैन के बाद राजनांदगांव दूसरा शहर होगा, जहां यह विशाल आयोजन किया जा रहा है।

राजेश्वर श्री महाकाल मंदिर सिंघोला एवं श्रीमहाकाल सेना द्वारा आयोजित कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करने व्यापक तैयारी की जा रही है। महाकाल राजा चंद्रमोलेश्वर जी स्वरूप की उज्जैन की तर्ज पर सावन माह में पालकी यात्रा निकाली जाएगी। जिसके तहत प्रथम सोमवार 18 जुलाई को नंदई चौक से, द्वितीय सोमवार 25 जुलाई को काली माई मंदिर भरकापारा से, तृतीय सोमवार 1 अगस्त को हमालपारा मां लक्ष्मी मंदिर से एवं सावन के अंतिम सोमवार 8 अगस्त को मां शीतला मंदिर सोनारपारा से शहर भ्रमण के लिए पालकी यात्रा निकलेगी। सभी कार्यक्रम का समय दोपहर 2 बजे से शुरू होगा।

उक्त भव्य आयोजन के दौरान भव्य रथ पर महाकाल राजा चंद्रमोलेश्वर जी स्वरूप विराजमान रहेंगे। यात्रा में बाजे-गाजे के साथ ही, राउत नाचा, पंथी नृत्य अखाड़ा एवं भक्ति गीतों की गूंज रहेगी। जिसमें प्रसिद्ध संगीतकार सावन नागदा इंदौर, खिलेश यादव दुर्ग, सुनील सिहोरे देवकर बेमेतरा, सोनू लक्खा हरियाणा से शामिल होंगे, जो सुमधुर भजनों से भक्तों को भाव विभोर करेंगे। आयोजकों द्वारा बताया गया कि पालकी उठाने वाले एवं शामिल होने वाले युवक धोती एवं युवतियां साड़ी पहनकर शामिल होंगी।

अपनी तरह के इस पहले आयोजन को लेकर आयोजन समिति के सदस्यों द्वारा पूर्ण तैयारियां कर ली गई है। वहीं इस धार्मिक आयोजन के लिए शहरवासियों में उत्सुकता का वातावरण निर्मित होने लगा है। सावन सोमवार को शहर के मंदिरों से निकलने वाले इस पालकी यात्रा में बड़ी संख्या में भक्तों से शामिल होने की अपील की गई है।