राज्यपाल को सौंपा बीयू में कुलपति नियुक्त करने गोपनीय लिफाफा
भोपाल
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के नये कुलपति का चयन करने गुरूवार को सर्च कमेटी चयनित उम्मीदवारों के साक्षात्कार लिये। साक्षात्कार में करीब एक दर्जन उम्मीदवारों को राजभवन में तलब किया गया था। हालांकि बीयू कुलपति बनने के लिये करीब आधा दर्जन उम्मीदवारों ने अपने बायोडाटा सरेंडर कर दिये हैं।
बीयू कुलपति बनने कई प्रोफेसर राजभवन में साक्षात्कार देने के लिये बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, जो गुरूवार को खत्म हुआ। क्योंकि वे कुलपति बनकर बीयू की लचर व्यवस्था को दुरूस्त करना चाहते हैं, ताकि विद्यार्थियों को छात्रहितों का पूरा लाभ मिल सके। इसलिये राजभवन ने बायोडाटा के साथ एक फार्मेट जारी कर उनसे बीयू की व्यवस्थाओं को सुधारने की क्या इंतजाम किये जा सकते हैं, जिसकी जानकारी जमा कराई है।
बीयू में कुलपति बनने के लिये करीब 70 उम्मीदवारों ने आवेदन किये थे। इसमें करीब एक दर्जन उम्मीदवारों को चयनित कर गुरूवार को साक्षात्कार के लिये राजभवन बुलाया गया था। राजभवन द्वारा तैयार की गई सर्च कमेटी ने प्रोफेसरों से बीयू की व्यवस्थाओं को अपग्रेड करने के लिये सवाल जवाब किये। कुछ प्रोफेसरों से सर्च कमेटी को संतोषजनक जवाब दिये हैं। कई के जवाब सर्च कमेटी के गले नहीं उतरे हैं। सर्च कमेटी ने चयनिय उम्मीदवारों का गोपनीय लिफाफा तैयार कर राजभवन को सौंप दिया है। अब राज्यपाल मंगुभाई पटेल गोपनीय लिफाफा को खोल किसी एक उम्मीदवार को बीयू का कुलपति नियुक्त करेंगे।
सीनियर के लिये छोडा कुर्सी का मोह
बीयू कुलपति चयन करने के लिये राजभवन ने दो माह पहले तक आवेदन जमा कराए हैं। इसमें करीब 70 प्रोफेसरों के आावेदन राजभवन पहुंचे। कुलपति बनने के लिये उम्मीदवारों ने ऐठी चोटी का दम लगाना शुरू कर दिया था। करीब आधा दर्जन उम्मीदवारों को यह पता लगा कि उनके सीनियर या सम्मानीय अधिकारी ने आवेदन किये हैं, तो उन्होंने एप्रोच लगाना बंद कर दिया। यहां तक उन्होंने अपने सीनियर या सम्मानीय अधिकारी को कुलपति बनने में सहयोग करने मैदान में कूंद पढे हैं।
