केदारनाथ धाम घाटी में बर्फ की चादर, नए साल का जश्न बनाने चोपता पहुंचे सैलानियों के खिले चेहरे
रुद्रप्रयाग
आखिरकार हिमालय में बसे विश्व विख्यात केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham)में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है. लंबे इंतजार के बाद केदारनगरी ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है. धाम में हुई बर्फबारी के बाद द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य भी रूक गए हैं. धाम में एक इंच से अधिक तक बर्फ गिरी है. हालांकि बर्फबारी के बाद फिलहाल धाम में मौसम साफ हो गया है.
दिसम्बर की शुरूआत तक हिमालय में बसी केदारनगरी में कहीं भी बर्फ नहीं थी, लेकिन दिसम्बर जाते-जाते प्रकृति मेहरबान हो गई और बाबा की नगरी में बर्फबारी शुरू हो गई है. इस शीतकाल की जमने वाली पहली बर्फबारी धाम में हुई है. धाम में हुई बर्फबारी के कारण वहां चल रहे पुनर्निर्माण कार्य भी रूक गये हैं. धाम में इन दिनों चार सौ से अधिक मजदूर पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे हुए हैं. सीमेंट का कार्य पहले ही बंद हो चुका है. अब बर्फबारी का दौर इसी प्रकार जारी रहा तो आने वाले समय में सभी मजदूर भी वापस लौट आएंगे.
नये साल का जश्न मनाने पहुंचे सैलानियों के खिले चेहरे
दूसरी ओर मौसम विभाग के हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी की घोषणा सच साबित हुई है. विश्व विख्यात केदारनाथ धाम के अलावा तृतीय केदार तुंगनाथ धाम में जमकर बर्फबारी हुई है. इसके अलावा मिनी स्विटजरलैंड चोपता-दुगलबिटटा में भी बर्फ गिरनी शुरू हो गई है. इस सीजन की पहली बर्फ गिरने के बाद जहां पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. वहीं स्थानीय पर्यटन व्यवसायियों ने भी राहत की सांस ली है.
मौसम विभाग ने उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी होने की भविष्यवाणी की थी. मौसम विभाग की भविष्यवाणी के बाद हिमालयी क्षेत्रों में मौसम खराब हो गया है. केदारनाथ धाम के साथ ही तृतीय केदार तुंगनाथ में भी जमकर बर्फबारी हो रही है. तुंगनाथ धाम में तीन इंच से अधिक तक बर्फबारी हो चुकी है और अभी भी जारी है. जबकि मिनी स्विटजरलैंड चोपता-दुगलबिटटा में भी सीजन की पहल बर्फबारी शुरू हो गई है. नए साल का जश्न मनाने चोपता पहुंचे सैलानियों में खुशी देखने को मिल रही है.