Infosys में हुई छंटनी,600 फ्रेशर्स को नौकरी से निकाला
मुंबई
भारत की दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस ने इंटरनल फ्रेशर असेसमेंट टेस्ट में फेल 600 फ्रेशर को इन्फोसिस ने नौकरी से निकाल दिया है। बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक दो हफ्ते पहले इन्फोसिस के FA टेस्ट में फेल होने के बाद 208 फ्रेशर्स को निकाल दिया गया था। पिछले कुछ महीनों में कुल मिलाकर लगभग 600 फ्रेशर्स को टेस्ट में फेल होने के बाद नौकरी से निकाल दिया गया है। बता दें इस खबर पर अब तक कंपनी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।
अगस्त 2022 में इन्फोसिस में शामिल हुए एक फ्रेशर ने बिजनेस टुडे को बताया कि उसने पिछले साल अगस्त में काम करना शुरू किया था। उसे SAP ABAP स्ट्रीम के लिए ट्रेनिंग दी गई थी। उसकी टीम के 150 में से केवल 60 लोगों ने एफए टेस्ट पास किया था। फेल हुए सभी को 2 हफ्ते पहले टर्मिनेट कर दिया गया। उसने यह भी बताया कि पिछले बैच के 150 फ्रेशर्स में से टेस्ट में फेल होने के बाद लगभग 85 फ्रेशर्स को कंपनी ने टर्मिनेट कर दिया था। बिजनेस टूडे की खबर के मुताबिक कंपनी के एक रिप्रेजेंटेटिव ने कहा कि इंटरनल टेस्ट में फेल होने के बाद कर्मचारियों को हमेशा टर्मिनेट किया गया है।
बता दें माइक्रोसॉफ्ट से लेकर अमेजन और गोल्डमैन सैश तक अमेरिकी कंपनियां हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी हैं। अभी हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट ने 10000 कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया था तो गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने 12000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। टेक कंपनियों पर सबसे अधिक मंदी की मार पड़ने की आशंका है और इसके चलते कंपनियां अपने कर्चारियों से जॉब छीन रही हैं।