टाटा संस ने टेमासेक का 10% स्टेक खरीद लिया
नई दिल्ली
देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराने टाटा ग्रुप (Tata Group) की होल्डिंग कंपनी टाटा संस (Tata Son) ने टाटा प्ले में अपनी हिस्सेदारी 70% तक बढ़ा ली है। टाटा संस ने टाटा प्ले में सिंगापुर की सरकारी निवेश कंपनी टेमासेक की पूरी 10% हिस्सेदारी करीब 100 मिलियन डॉलर (करीब 835 करोड़ रुपये) में खरीद ली है। इसके साथ ही टाटा प्ले से सिंगापुर की कंपनी पूरी तरह बाहर हो गई है। इसके लिए डायरेक्ट-टू-होम (DTH) फर्म की वैल्यूएशन एक अरब डॉलर आंकी गई। नमक से लेकर सॉफ्टवेयर बनाने वाले टाटा ग्रुप के लिए यह कंपनी काफी अहम है। इसकी वजह यह है कि मीडिया एवं एंटरटेनमेंट सेक्टर में यह उसकी एकमात्र कंपनी है।
21 मिलियन ग्राहकों के साथ टाटा प्ले देश की सबसे बड़ी डीटीएच कंपनी है। एक सूत्र ने बताया कि कंपनी ने अपनी शेयरहोल्डिंग में बदलाव के बारे में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को सूचित कर दिया है। डीटीएच नियमों के तहत, लाइसेंस धारकों को शेयरधारिता या साझेदारी या प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पैटर्न में बदलाव के बारे में मंत्रालय को सूचित करना आवश्यक है। एक सीनियर मीडिया एग्जीक्यूटिव ने बताया कि टाटा संस ने टाटा प्ले में टेमासेक की हिस्सेदारी खरीद ली है। डीटीएच कंपनी ने शेयरहोल्डिंग में बदलाव के बारे में सरकार को बता दिया है। हालांकि टाटा संस, टेमासेक और टाटा प्ले ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
टाटा प्ले का आईपीओ
टेमासेक के बाहर निकलने के बाद अब टाटा प्ले में टाटा संस की 70 फीसदी और वॉल्ट डिज्नी 30 फीसदी हिस्सेदारी हो गई है। वॉल्ट डिज्नी भी इससे बाहर निकलने के विकल्पों पर विचार कर रही है। टाटा संस के पास पहले कंपनी में 60% हिस्सेदारी थी, जबकि डिज्नी के पास 30% हिस्सेदारी थी। माना जा रहा है कि टाटा संस ने डिज्नी से भी उसकी हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत की है। डिज्नी टाटा प्ले से बाहर निकलना चाहता है क्योंकि डीटीएच उसके लिए नॉन-कोर बिजनस है। डिज्नी ने रूपर्ट मर्डोक प्रमोटेड कंपनी 21st Century Fox के भारत में एसेट्स को खरीदा था। इसके साथ ही उसे टाटा प्ले में 30% हिस्सेदारी भी मिली थी।
फरवरी में, डिज्नी ने अपने स्टार इंडिया बिजनस का रिलायंस इंडस्ट्रीज की कंपनी वायकॉम 18 के साथ मर्जर करने पर सहमति जताई थी। इससे 8.5 अरब डॉलर की मीडिया कंपनी बनेगी। टेमासेक ने अपनी सहयोगी कंपनी बेट्री इन्वेस्टमेंट्स मॉरीशस के माध्यम से 2007 में टाटा प्ले (पूर्व में टाटा स्काई) में 10% हिस्सेदारी हासिल की थी। सिंगापुर की यह कंपनी कई साल से आईपीओ के जरिए टाटा प्ले से बाहर निकलने पर विचार कर रही है। वॉल्ट डिज्नी भी आईपीओ के दौरान कंपनी में अपनी हिस्सेदारी कम करने की फिराक में है। लेकिन कठिन बाजार परिस्थितियों और डीटीएच क्षेत्र की चुनौतियों के कारण कंपनी ने इस आईपीओ को टाल दिया था। सेबी ने मई 2023 में टाटा प्ले के प्रस्तावित सार्वजनिक निर्गम को मंजूरी दे दी। नवंबर 2022 में, टाटा प्ले बाजार नियामक के साथ गोपनीय कागजात दाखिल करने वाली भारत की पहली कंपनी बन गई।