कर्नाटक पुलिस स्टेशनों को कांग्रेस पार्टी के कार्यालयों में बदल दिया गया : भाजपा महासचिव पी. राजीव
बेंगलुरु
कर्नाटक भाजपा ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार ने पुलिस स्टेशन को कांग्रेस कार्यालयों में बदल दिया है। विपक्षी पार्टी ने गृह मंत्री जी.परमेश्वर के इस्तीफे की भी मांग की। राज्य भाजपा महासचिव पी. राजीव ने मीडियाकर्मियों से कहा, ''कर्नाटक पुलिस स्टेशनों को कांग्रेस पार्टी के कार्यालयों में बदल दिया गया है। गृह मंत्री परमेश्वर सबसे अक्षम हैं। उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। राज्य में हत्या, दुष्कर्म और डकैतियों के कई मामले सामने आने के कारण कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है।'' उन्होंने कहा कि पहले राज्य में कोई भी गंभीर अपराध होने पर सभी पुलिस स्टेशनों को सर्कुलर भेजा जाता था और सतर्कता विभाग को भी निर्देश दिए जाते थे।
राजीव ने कहा, “राज्य सरकार ने पुलिस विभाग को काम करने के लिए ऐसा कोई परिपत्र जारी नहीं किया है। डीजीपी को गृह मंत्री द्वारा कोई निर्देश नहीं दिया गया है।” उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार कहा है कि किसी आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त आधार होना चाहिए। उन्होंने कहा, “भाजपा विधायक हरीश पूंजा के मामले में पुलिस ने बिना किसी आधार के उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की और उनके आवास पर हंगामा खड़ा करने के लिए 70 पुलिसकर्मियों का अनावश्यक रूप से इस्तेमाल किया गया।”
इस बीच, पुलिस ने भाजपा विधायक पूंजा को पूछताछ के लिए दूसरा नोटिस दिया है। विधायक पूंजा ने बेंगलुरु की जनप्रतिनिधि अदालत में अग्रिम जमानत की मांग करते हुए याचिका दायर की है। कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर भाजपा विधायक हरीश पूंजा को गिरफ्तार किया गया तो सरकार और राज्य पुलिस को परिणाम भुगतने होंगे।
दक्षिण कन्नड़ जिले के भाजपा विधायक पूंजा ने एक भाजपा कार्यकर्ता के खिलाफ दर्ज कथित झूठी प्राथमिकी को लेकर एक पुलिस स्टेशन में विरोध प्रदर्शन किया था, जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था। पूंजा बेलथांगडी पुलिस स्टेशन गए थे। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ता शशिराज व अन्य को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया।
विरोध प्रदर्शन के दौरान उन्होंने आपत्तिजनक बयान जारी करते हुए कहा था कि अगर भाजपा कार्यकर्ताओं को छुआ गया तो वह 'पुलिस का कॉलर' पकड़ने से नहीं हिचकिचाएंगे। पूंजा ने यह भी कहा कि वह पुलिस स्टेशन को उसी तरह जलवा देंगे जैसे बेंगलुरु में के.जी. हल्ली-डीजे हल्ली में हुई हिंसा में केजी हल्ली पुलिस स्टेशन जलकर खाक हो गया।