हरियाणा में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के रणनीतिकार पूरे जी जान से रणनीति बनाने में जुटे हैं
नूंह
हरियाणा में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के रणनीतिकार पूरे जी जान से रणनीति बनाने में जुटे हैं। प्रदेश में जहां कई अभियानों के तहत कांग्रेस पार्टी भाजपा पर हमलावर हो रहीं है तो वहीं जिताऊ चेहरों को भी तलाश कर रही। बात अगर नूंह जिले की करें तो यहां की तीनों विधानसभाओं में कांग्रेस जातीय समीकरण छोड़कर पार्टी की जीत की कसौटी पर खरा उतरने वाले उम्मीदवारों पर विधानसभा चुनाव में दाव खेलेगी। नूंह विधानसभा में तो कांग्रेस का उम्मीदवार मौजूदा विधायक आफताब अहमद को लगभग तय माना जा रहा है। लेकिन पुन्हाना और फिरोजपुर झिरका विधानसभा की टिकट पर कांग्रेस हाईकमान फेरबदल कर सकती है।
मामन खान की क्यों कट सकती है टिकट
हालांकि फिरोजपुर झिरका विधानसभा क्षेत्र से विधायक मामन खान को भी प्रबल दावेदार माना जा रहा था। लेकिन अचानक फिरोजपुर झिरका विधानसभा से कांग्रेस युवा मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष और मांडीखेडा की रहने वाली नेहा खान ने टिकट के लिए अपनी दावेदारी पेश कर दी। इससे मामन खान के लिए टिकट की रहा थोड़ी कठिन कर दी है। राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो नूंह हिंसा के आरोपों में घिरे विधायक मामन खान इंजीनियर यूएपीए जैसी संगीन धाराओं में आरोपी है। टिकट कटने का यह उनका सबसे बड़ा कारण हो सकता है। कोई भी पार्टी बड़े ही सोच विचार कर टिकट का वितरण करती है।
नेहा खान ने कह दी ये बात
कांग्रेस की युवा नेत्री नेहा खान ने कहा कि वह पिछले कई वर्षों से पार्टी के लिए काम कर रही हैं। राहुल गांधी ने भी कहा है कि महिलाएं राजनीति में सबसे ज़्यादा उपेक्षित वर्ग है। आजादी से आज तक हरियाणा में किसी मुस्लिम महिला को कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं बनाया है, प्रदेश में कांग्रेस की हवा है। उन्होंने कहा कि फिरोजपुर झिरका से अगर पार्टी ने उन्हें टिकट दिया तो वह अच्छे मतों से जीत हासिल करेगी। इसलिए मेवात जैसे देश के सबसे पिछडे ज़िले से एक महिला को विधानसभा भेजने का सही वक़्त है।
कौन हैं नेहा खान
बता दें की नेहा खान 2021 में सबसे कम उम्र की महिला जिला अध्यक्ष रह चुकी है। इसके साथ ही नेहा अब तक पांच राज्यों में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पर्यवेक्षक के तौर पर काम कर चुकी है । उत्तरप्रदेश, कर्नाटक , राजस्थान विधानसभा और हरियाणा लोकसभा व दिल्ली म्यूनिसपैलटी में भी चुनाव प्रचार एवं प्रबंधन में भाग लिया। नेहा खान ने भाजपा के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में अनेकों बार गिरफ़्तारी दी है ।