सोने से कस्टम ड्यूटी में कटौती से गोल्ड की बिक्री में इजाफा, रेवेन्यू बढ़ने से इस सेक्टर को लाभ मिला
नई दिल्ली
ज्वेलर्स के अच्छे दिन आ गए हैं। बजट में सोने से कस्टम ड्यूटी में कटौती से गोल्ड की बिक्री में इजाफा हो गया है। क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार इस वित्त वर्ष में सोने की बिक्री से ज्वेलर्स के रेवेन्यू में 22 से 25 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। इस रिपोर्ट को 58 ज्वेलर्स से बात करके तैयार किया गया है। क्रिसिल के मुताबिक इस संगठित क्षेत्र के रेवेन्यू में ये 58 ज्वेलर्स एक तिहाई हिस्से का योगदान देते हैं। इसमें सामने आया है कि रेवेन्यू बढ़ने से इस सेक्टर को लाभ मिला है।
इस साल जुलाई में पेश किए बजट में गोल्ड से कस्टम ड्यूटी कर दी थी। इसके बाद सोने की कीमत में जबरदस्त गिरावट आई थी। बजट वाले दिन ही सोने की कीमत में प्रति 10 ग्राम 4 हजार रुपये से ज्यादा गिर गई थी। इसके कई दिनों बाद तक गिरावट बनी रही। उस समय प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत 74 हजार रुपये के पार थी। बजट के बाद यह गिरकर 70 हजार रुपये से नीचे आ गई थी। सोने की कीमत में अभी भी बहुत सुधार नहीं हुआ है। सोमवार को MCX पर 10 ग्राम सोने की कीमत 71450 रुपये है।
कीमत गिरने से बढ़ी बिक्री
क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक कस्टम ड्यूटी में भारी कमी ज्वेलरी इंडस्ट्री के लिए महत्वपूर्ण समय पर आई है। इस समय रिटेलर फेस्टिवल और शादी के सीजन की तैयारी कर रहे हैं। सोने की कीमत में कमी के कारण रिटेलर अपने स्टॉक में 5 फीसदी तक की वृद्धि कर सकते हैं। चूंकि अभी सोना सस्ता मिल रहा है, लेकिन जानकारों के मुताबिक फेस्टिवल और शादियों के सीजन में इसकी कीमत में तेजी देखी जा सकती है। ऐसे में ज्वेलर्स के प्रॉफिट में भी बढ़ोतरी हो सकती है।
बढ़ती कीमत ने रोक दी थी बिक्री
बजट से पहले सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 74 हजार रुपये से भी ज्यादा थी। सोने की कीमत में लगातार तेजी आ रही थी। ऐसे में काफी लोगों ने सोना खरीदना कम कर दिया था और इस बिक्री पर ब्रेक लग गए थे। इससे ज्वेलर्स को भी नुकसान हो रहा था। अब चूंकि कीमत कम है तो गोल्ड की बिक्री में तेजी आ रही है। कस्टम ड्यूटी में कमी के कारण रिटेल में सोने की कीमतों में 4500-5000 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट आई है। इससे सोने के आभूषणों की मांग में वृद्धि हुई है।
पिछले साल के मुकाबले ज्यादा कीमत
इस समय सोने की कीमत पिछले साल के मुकाबले ज्यादा है। जानकारों के मुताबिक जैसे-जैसे त्योहारी सीजन नजदीक आ रहा है, सोने की कीमतें पिछले साल के औसत से लगभग 17 फीसदी अधिक बनी हुई हैं। इससे मांग बनी रहने और वित्त वर्ष की दूसरी छमाही (अक्टूबर-मार्च) में रेवेन्यू में और वृद्धि होने की उम्मीद है। हालांकि इस दौरान सोने की कीमत में तेजी भी आ सकती है। जानकारों के मुताबिक धनतेरस के समय सोने की कीमत फिर से 74 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम पार हो सकती है।