भारत और बांग्लादेश के मैच से पहले ग्वालियर में विरोध प्रदर्शन और विशेष रूप से भड़काऊ सामग्री के प्रसार पर प्रतिबंध
ग्वालियर
भारत और बांग्लादेश के बीच रविवार को होने वाले पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच से पहले यहां निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है ताकि मैच का सुचारू रूप से आयोजन किया जा सके। अधिकारियों के अनुसार जिला मजिस्ट्रेट ने अपने आदेश में विरोध प्रदर्शन और विशेष रूप से सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री के प्रसार पर प्रतिबंध लगा दिया है।
यह आदेश सात अक्टूबर तक लागू रहेंगे। हिंदू महासभा ने मैच के दिन (छह अक्टूबर) ग्वालियर बंद का आह्वान किया है। इसके अलावा अन्य संगठनों ने भी विरोध प्रदर्शन की धमकी दी है जिसके मद्देनजर यह फैसला किया गया। हिंदू महासभा ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर किए गए ‘अत्याचारों’ को लेकर रविवार के मैच को रद्द करने की मांग करते हुए बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया था।
अधिकारियों ने बताया कि जिला मजिस्ट्रेट और कलेक्टर रुचिका चौहान ने पुलिस अधीक्षक की सिफारिश पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा आदेश जारी किए।
आदेश के अनुसार जिले की सीमा के भीतर कोई भी व्यक्ति यदि सोशल मीडिया मंच के जरिए मैच में बाधा डालता है या धार्मिक भावनाओं को भड़काता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा आपत्तिजनक या भड़काऊ भाषा और संदेश वाले बैनर, पोस्टर, कट-आउट, झंडे और अन्य चीजों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
भारत और बांग्लादेश के बीच मैच माधवराव सिंधिया क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। यह स्टेडियम 14 साल के अंतराल के बाद किसी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच की मेजबानी करेगा। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के लिए लगभग 1,600 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जा रहा है।