हमास अपने नेतृत्व को लेकर रणनीति को बदलने की तैयारी में, अब किसी एक उत्तराधिकारी की नियुक्ति नहीं होगी
बेरुत
गाजा में इजरायल के साथ पिछले एक साल से जंग लड़ रहे हमास को अपने प्रमुख याह्या सिनवार की मौत से बड़ा झटका लगा है। अब हमास अपने नेतृत्व को लेकर रणनीति को बदलने की तैयारी में है। ताजा रिपोर्ट की माने तो हमास अब किसी एक उत्तराधिकारी की नियुक्ति के बजाय कतर में एक समिति को यह जिम्मेदारी सौंपने पर विचार कर रहा है। हमास के सूत्रों के मुताबिक समूह ने मार्च में होने वाले अगले आंतरिक चुनावों तक नए नेता के नाम की घोषणा ना करने का फैसला किया है। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह इजरायली सेना ने याह्या सिनवार की हत्या कर दी थी। इजरायल के मुताबिक याह्या सिनवार 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए रॉकेट हमले का मास्टरमाइंड था।
इस मामले पर हमास के एक सूत्र ने बताया, "नेतृत्व को लेकर हमास का दृष्टिकोण यह है कि शहीद याह्या सिनवार के उत्तराधिकारी को अगले चुनावों तक नियुक्त नहीं किया जाए है।" इस दौरान ईरान में राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हानियेह की हत्या के बाद अगस्त में बनाई गई पांच सदस्यीय समिति नेतृत्व की जिम्मेदारी संभालेगी। सिनवार को 2017 में हमास का गाजा प्रमुख नियुक्त किया गया था। बाद में जुलाई में हानियेह की हत्या के बाद वह समूह में शीर्ष भूमिका निभा रहा था। एक अन्य सूत्र ने खुलासा किया कि एक राजनीतिक प्रमुख की नियुक्ति के बारे में आंतरिक चर्चा हुई थी जिसकी पहचान गुप्त रहेगी लेकिन नेतृत्व ने अंततः समिति के माध्यम से सामूहिक शासन के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया है।
गाजा, वेस्ट बैंक और फिलिस्तीनी प्रवासियों के प्रमुख प्रतिनिधियों वाली इस समिति में खलील अल-हय्या (गाजा), ज़हेर जबरीन (पश्चिमी तट) और खालिद मेशाल (विदेश में फिलिस्तीनियों का प्रतिनिधित्व) शामिल हैं। दो अन्य प्रमुख सदस्य मोहम्मद दरवेश हैं जो हमास की शूरा सलाहकार परिषद के प्रमुख हैं और राजनीतिक ब्यूरो के सचिव हैं। समिति के सभी सदस्य वर्तमान में कतर में मौजूद हैं। समिति को जंग के दौरान हमास को नियंत्रित करने, रणनीतिक फैसले लेने और समूह की भविष्य की योजनाओं को आकार देने का काम सौंपा गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया ने एक सूत्र के हवाले से बताया, "समिति युद्ध और असाधारण परिस्थितियों के दौरान आंदोलन को नियंत्रित करेगी साथ ही इसके भविष्य की योजना पर भी काम करेगी।"