शाइना ने कहा- अब समय आ गया है कि महाराष्ट्र की महिलाएं जागे और जवाब दें, सुनील राउत पर साधा निशाना
नई दिल्ली
शिवसेना नेता शाइना एनसी ने सुनील राउत पर निशाना साधा है। शाइना ने कहा कि अब समय आ गया है कि महाराष्ट्र की महिलाएं जागे और ऐसी टिप्पणी करने वालों को जवाब दें। बता दें कि शिवसेना (यूबीटी) नेता सुनील राउत ने एक चुनावी रैली में अभद्र टिप्पणी की थी। सुनील राउत ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए विक्रोली विधानसभा उम्मीदवार सुवर्णा करंजे को 'बकरी' कहा था। राउत की टिप्पणी को लेकर विवाद अब बढ़ गया है।
शाइना एनसी ने क्या कहा?
मुंबा सीट से उम्मीदवार शाइना एनसी ने सुनील राउत पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सुनील राउत का बयान उनकी पिछड़ी सोच को दिखाता है। एक तरफ हमारे प्रधानमंत्री महिलाओं का सम्मान करते हैं। हमारे मुख्यमंत्री महिलाओं के लिए योजना लेकर आते हैं। वहीं, दूसरी ओर महाविकास आघाड़ी है। इसके नेता महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करते हैं। महिलाओं को वस्तुओं की तरह बुलाया जाता है। कांग्रेस इन नेताओं की टिप्पणी को लेकर चुप है, लेकिन 20 नवंबर को हम करारा जवाब देंगे। सुनील राउत हमें 'बकरी' कहते हैं, हमारे लिए 'माल' शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। हम महाराष्ट्र की बेटियां है, इसका जरूर दवाब दिया जाएगा।
प्रियंका गांधी की चुप्पी पर सवाल
शिवसेना नेता ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने गठबंधन के नेताओं को फटकार क्यों नहीं लगाई। उन्होंने महिलाओं का अपमान किया है।
रेखा वर्मा ने क्या कहा?
वहीं, महाराष्ट्र के नेताओं द्वारा महिलाओं पर टिप्पणी को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की पूर्व अध्यक्ष रेखा शर्मा ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने इसे "दुर्भाग्यपूर्ण" बताया है।
पीएम मोदी को शाइना का धन्यवाद
उधर, उन्होंने पीएम मोदी को धन्यवाद कहा है। शाइना एनसी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने महिलाओं का सम्मान रखा और चुप रहने के लिए महाविकास आघाड़ी (एमवीए) की आलोचना की। इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देती हूं। उन्होंने ये भी कहा कि मैं एमवीए और विपक्ष से सवाल पूछना चाहती हूं कि आपकी महिला नेताओं ने सावंत की अभद्र टिप्पणी पर अपना मुंह क्यों नहीं खोला। आपकी संवेदनशीलता कहां है। बता दें कि चाईबासा में एक रैली में पीएम मोदी ने शाइना एनसी के खिलाफ अभद्र टिप्पणियों के लिए विपक्ष की कड़ी आलोचना की थी।