क्रिस वोक्स की दिलचस्प बात- एक हाथ से खेलना जोखिम भरा, शुक्र है सब ठीक रहा

नई दिल्ली
जिस तरह की बहादुरी ऋषभ पंत ने चौथे टेस्ट मैच में दिखाई, उसी तरह की दिलेरी क्रिस वोक्स ने पांचवें टेस्ट में दिखाई। पंत टूटी हुई उंगली के साथ बल्लेबाजी करने उतरे, जबकि वोक्स कंधे की गंभीर चोट के साथ बल्लेबाजी करने उतरे। हालांकि, उनकी टीम को जीत नहीं मिली, लेकिन उन्होंने अपनी जान को जोखिम में जरूर डाल दिया। उनको इस खतरे का भी अंदाजा था कि भारतीय पेसर उनके खिलाफ बाउंसर गेंदबाजी कर सकते हैं और वे और भी ज्यादा चोटिल हो सकते हैं, लेकिन फिर वे भी बल्लेबाजी के लिए आए। अब उन्होंने कहा है कि भगवान का शुक्र है, मुझे 90 मील प्रति घंटे की रफ्तार वाली बाउंसर का सामना एक हाथ से नहीं करना पड़ा।
क्रिस वोक्स उस समय बल्लेबाजी करने उतरे जब इंग्लैंड की टीम को 17 रनों की दरकार थी। उनका एक हाथ पूरी तरह से स्वेटर के अंदर था और वह सपोर्ट के जरिए बंधा हुआ था। उसका इस्तेमाल वे किसी भी तरह से नहीं कर सकते थे। हालांकि, उनकी बल्लेबाजी एक गेंद के लिए भी नहीं आए। इससे वह खुश भी हैं, क्योंकि उनको शरीर के किसी अन्य हिस्से पर भी चोट लग सकती थी या फिर वही चोट और भी गहरी हो सकती थी। वोक्स को लंदन के ओवल में फैंस से स्टैंडिंग ओवेशन मिला और भारतीय खिलाड़ियों ने भी उनकी तारीफ की। तेज दर्द और उससे भी अधिक दबाव के बावजूद वोक्स भारत के तेज गेंदबाजों के आक्रमण का सामना करने के लिए तैयार थे।
अब उस रोमांचक मैच के कुछ दिन द गार्जियन से बात करते हुए उन्होंने कहा, "मैंने सिर्फ कोडीन (पेनकिलर) ली थी और बहुत दर्द हो रहा था। हाथ में पट्टी बंधे होने के बावजूद, मैं स्वाभाविक रूप से दौड़ने की कोशिश कर रहा था। मुझे सचमुच चिंता हुई कि मेरा कंधा फिर से बाहर निकल आया है। इसलिए मैंने अपना हेलमेट उतार दिया, दांतों से दस्ताने फाड़ दिए और जांच की कि सब ठीक है या नहीं। मैंने एक भी गेंद का सामना नहीं किया, लेकिन वहां होना ही मायने रखता था। अंत में यह कड़वा-मीठा अनुभव था।"
वोक्स ने बताया, "मेरे मन में एक हिस्सा सोच रहा था कि यह कैसा होगा…यह देखने के लिए कि क्या मैं गेंद का बचाव कर सकता था, शायद एक ओवर बचा सकता था, एक रन ले सकता था या चौका लगा सकता था, लेकिन इसका दूसरा पहलू यह था: 'भगवान का शुक्र है कि मैंने 90 मील प्रति घंटे की रफ़्तार वाली बाउंसर का सामना नहीं किया, एक हाथ से, उल्टी दिशा में मुंह करके।'" वोक्स ने गस एटकिंसन के साथ 10 बहुमूल्य रन जोड़े, लेकिन मोहम्मद सिराज ने एक जबरदस्त यॉर्कर से एटकिंसन को आउट करके इंग्लैंड की उम्मीदें तोड़ दीं। इस मैच में इंग्लैंड को 6 रन से हार मिली और इस तरह सीरीज 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुई।