November 22, 2024

LAC विवाद को लेकर भारत-चीन के बीच अगले दौर की सैन्य स्तर की वार्ता जल्द, दोनों देश हुए राजी

नई दिल्ली
 पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच तनाव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। दोनों देशों के बीच चल रहे विवाद पर जल्द ही एक बार फिर से सैन्य स्तर की वार्ता होने जा रही है। दोनों ही देश अगली वरिष्ठ सैन्य स्तर वार्ता के लिए तैयार हो गए हैं। इस बैठक में दोनों ही देश के वरिष्ठ सैन्य कमांडर हिस्सा लेंगे। दोनों ही देशों के अधिकारियों के बीच अभी तक 15 बैठक हो चुकी है। दोनों ही पक्ष की ओर से एलएसी पर हालात की समीक्षा के बाद बातचीत की प्रक्रिया को जारी रखने की सहमति बनी है और इस पूरे मुद्दे को वार्ता के जरिए सुलझाने के लिए दोनों पक्ष तैयार हुए हैं। विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि एलएसी के मुद्दे को जल्द से जल्द बातचीत के जरिए सुलझाने की कोशिश हो रही है। दोनों देशों के सीनियर कमांडर द्वीपक्षीय मुद्दे को सुलझाने के लिए वार्ता करेंगे।

बता दें कि दोनों ही पक्ष 15 दौर की बैठक के बाद अभी तक इस मसले का हल नहीं तलाश सके हैं। पिछली बार 11 मार्च को दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की बैठक हुई थी। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच हॉट स्प्रिंग एरिया में पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 को लेकर चर्चा हुई थी। पिछली बार अधिकारियों ने उम्मीद थी कि PP15 का मसला जल्द ही सुलझ जाएगा, लेकिन डेमचोक, डेपसांग दोनों देशों के बीच मसला बने हुए हैं। दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की बैठक के बाद गलवान घाटी और पैंगोंग झील पर सेनाएं पीछे हट गई हैं।

भारत से भेजे गए गेंहू की खेप को तुर्की ने लेने से किया इनकार चीन के विदेश मंत्री वैंग यी जब 25 मार्च को भारत के दौरे पर आए थे तो उस वक्त दोनों देशों के बीच एलएसी को लेकर बैठक हुई थी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि मौजूदा हालात को कार्य प्रगति के तौर पर समझा जाना चाहिए। निसंदेह इसकी रफ्तार अपेक्षाकृत धीमी है। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच इसको लेकर चर्चा हुई है, इस दौरान भारत के पक्ष को रखा गया है, जल्द से जल्द शांति बनाए रखने पर जोर दिया गया। चीनी विदेश मंत्री ने एक बयान में कहा कि दोनों ही देश एक दूसरे के साथ बचे हुए मसलों को सुलझाने पर सहमत हुए हैं। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि सीमा का सवाल पूरे चीन और भारत के रिश्ते पर सवाल नहीं खड़ा करता है।

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