September 20, 2024

यूक्रेन का दावा, क्रीमिया बंदरगाह में डूबी रूसी पनडुब्बी, टेंशन में पुतिन

कीव
 रूस यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन की सेना को बड़ा झटका लगा है। यूक्रेनी सेना ने ऐसा दावा किया है, जो इस युद्ध में रूस के लिए सबसे बड़े झटके में से एक माना जा सकता है। यूक्रेन की सेना का दावा है कि उसने क्रीमिया के एक बंदरहार पर एक रूसी पनडुब्बी को डुबो दिया है। यूक्रेनी सेना के जनरल स्टाफ ने शनिवार को एक बयान में कहा कि पनडुब्बी रोस्तोव-ऑन-डॉन पर शुक्रवार को सेवस्तोपोल बंदरगाह पर हमला बोला गया। उन्होंने इससे जुड़ा कोई सबूत नहीं दिया। लेकिन कहा कि पनडुब्बी तुरंत डूब गई। यूक्रेन का दावा है कि इस युद्ध में रूस के काला सागर बेड़े का एक तिहाई हिस्सा खत्म हो चुका है। अगर यह बात सच साबित होती है तो यह रूस के लिए यूक्रेन की तरफ से एक नया झटका होगा।

फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कथित हमले पर कोई भी बयान नहीं दिया है। यूक्रेनी सेना ने कहा, 'रोस्तोव-ऑन-डॉन की हानि साबित करती है कि काला सागर के यूक्रेनी क्षेत्रीय जल में रूसी नौसेना के लिए कोई जगह सुरक्षित नहीं बची है।' यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय ने हमले की सराहना करते हुए एक पोस्ट में लिखा, 'सेवस्तोपोल के बंदरगाह पर हमले के बाद एक रूसी पनडुब्बी काला सागर के नीचे तक चली गई। योद्धाओं ने महान काम किया है।'

क्या यूक्रेन का हुआ हमला?

साल 2014 में क्रीमिया पर रूस ने कब्जा कर लिया था। वहीं पिछले दो साल से ज्यादा समय से यूक्रेन और रूस का युद्ध चल रहा है। युद्ध शुरू होने के बाद क्रीमिया पर छिटपुट हमले होते रहे हैं। क्रीमिया के सेवस्तोपोल के रूसी गवर्नर मिखाइल रज्वोझायेव ने कहा कि शनिवार को पनडुब्बी रक्षा अभ्यास हो रहा था और अब शहर में सबकुछ शांत है। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक एक पोस्ट में रूसी सैन्य ब्लॉगर बोरिस रोजिन ने कहा कि सेवस्तोपोल में जहाज मरम्मत संयंत्र जहां पनडुब्बी खड़ी थी उसे देख ऐसा लग रहा है, जैसे इस पर हमला हुआ है।

यूक्रेन के लिए बड़ी जीत

रोस्तोव-ऑन-डॉन को 2014 में कमीशन किया गया था। यह 73.8 मीटर किलो-द्वितीय क्लास पनडुब्बी है और इसमें कुल 52 क्रू सवार होते हैं। यह एक डीजल इलेक्ट्रिक पावर पनडुब्बी है जो कैलिबर क्रूज मिसाइल लॉन्च करने में सक्षम है। CNN की सैन्य विश्लेषण सेड्रिक लीटन का कहना है कि कैलिबर मिसाइलों के साथ नेवी को बर्बाद करना यूक्रेन की सैन्य रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है, क्योंकि रूस ने इसी मिसाइल से यूक्रेन के बिजली संयंत्र जैसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे पर हमला किया है। उनका कहना है कि पनडुब्बी पर हमला यूक्रेन के लिए एक बड़ी जीत है।

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