महाराष्ट्र में जातिगत राजनीति के पीछे शरद पवार ही हैं. इतना ही नहीं, राज ठाकरे ने बोला तीखा हमला
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने एनसीपी (एसपी) नेता शरद पवार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जातिगत राजनीति के पीछे शरद पवार ही हैं. इतना ही नहीं, राज ठाकरे ने शरद पवार पर राजनीतिक लाभ के लिए 1999 से महाराष्ट्र में जाति की राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महज 10 दिन बचे हैं. इस बीच राज ठाकरे ने पुणे में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि जातिवादी राजनीति के नए संस्करण में मराठा अब ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) के खिलाफ खड़े हैं. उन्होंने कहा, ‘‘शरद पवार ने महाराष्ट्र में जाति की राजनीति शुरू की. राजनीतिक लाभ के लिए समाज में नफरत फैलाई गई. पहले ब्राह्मणों और मराठा समुदाय के बीच जातिगत तनाव पैदा किया गया. अब मराठा समुदायों और ओबीसी के बीच जातिवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है."
'शरद पवार ने किया जाति-पाति का जहर घोलने का काम'
मनसे चीफ राज ठाकरे ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच कहा कि राज्य को आज जाति-पाति में उलझा दिया गया है. महाराष्ट्र के पास महान नेताओं और साधु-संतों की विरासत है, लेकिन मौजूदा समय में एक ऐसा संत है, जिसने जाति-पाति का जहर घोलने का काम किया है. वह संत और कोई नहीं बल्कि शरद पवार हैं. इतना ही नहीं, राज ठाकरे ने जनता से कहा कि जाति में न उलझते हुए सोच समझ कर वोट करें, यह महाराष्ट्र के विकास के लिए बहुत जरूरी है.
लाडली बहन योजना का भी किया जिक्र
मनसे प्रमुख ने कहा कि लाडली बहन योजना महायुति सरकार ने शुरू की है, जिसका फायदा कुछ महिलाओं को मिला है. हालांकि, कुछ महिलाएं इस योजना से अब भी वंचित हैं. महिलाओं को मुफ्त में कुछ देने के बजाय उनको काम देकर मजबूत करने पर जोर देना चाहिए.