शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों पर पुलिस ने बरसाईं लाठियां, कैंडल मार्च निकाल सीएम आवास जा रहे थे वो

लखनऊ
69000 शिक्षक भर्ती मामला पिछले काफी से गर्माया हुआ है। इस भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाए जा रहे हैं। तो वहीं, अभ्यर्थी 22 हजार रिक्त सीटों को जोड़कर भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की मांग को लेकर पिछले 5 महीने से धरना भी दे रहे हैं। भर्ती प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाते हुए शनिवार 04 दिसंबर को अभ्यर्थी सीएम आवास तक कैंडल मार्च निकाल रह थे। खबरों के मुताबिक, अभ्यर्थियों को कैंडल मार्च निकालना भारी पड़ गया।

 दरअसल, लोहिया पथ पर लखनऊ पुलिस ने अभ्यर्थियों को रोका और समझाने की कोशिश। लेकिन अभ्यर्थियों की पुलिस से झड़प हो गई। जिसके बाद पुलिस ने अभ्यर्थियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि कई अभ्यर्थियों को चोटे भी आई है। तो वहीं, शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों को वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले कई महीनों से 69000 शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे हैं।

 अभ्यर्थियों का कहना है कि 22000 हज़ार सीटों को जोड़ा जाए, जिसको लेकर आज अपनी मागों को लेकर अभ्यर्थी 1090 चौराहे से मुख्यमंत्री आवास तक कैंडल मार्च निकाल रहे थे। जब पुलिस ने सभी अभ्यर्थियों को रास्ते में रोकने की कोशिश तो पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज कर दिया। हालांकि, इससे पहले शनिवार सुबह बीजेपी कार्यालय के बाहर अभ्यर्थियों ने भीख मांग कर विरोध प्रदर्शन किया था। अभ्यर्थियों का आरोप है कि वे अपनी मांगों को लेकर कई बार डालीबाग स्थित मंत्री आवास पर बेसिक शिक्षामंत्री से मिलने गए और उनसे मुलाकात न होने पर वहां भी प्रदर्शन व नारेबाजी की। इसी तरह इनका आंदोलन लगातार चल रहा है। तो वहीं शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की घटना के बाद यूपी की राजनीति ओर गरमा गई। विपक्षी दलों ने वीडियो को ट्वीट कर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरने की कोशिश की है।