भारत में ओमीक्रोन के XBB वैरिएंट के मामलों में हो रही है बढ़ोतरी

 
नई दिल्ली

नए साल के जश्न की तैयारियों के बीच ओमीक्रोन के नए सब वैरिएंट XBB.1.5 ने भारत में दस्तक दे दी है। भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के डेटा के अनुसार, Omicron के XBB.1.5 सब वैरिएंट ने दिसंबर में ही भारत में धावा बोल दिया है। इस वैरिएंट का पहला केस गुजरात में मिला है। कोरोना ने नए वैरिएंट bf.7 के बीच ओमीक्रोन का नया सब वैरिएंट टेंशन बढ़ाने वाला है। इस वैरिएंट के सबसे ज्यादा मामले अमेरिका में आ रहे हैं। दरअसल XBB.1.5 ओमीक्रोन का एक सब-वैरिएंट है जिसे अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिकों ने न्यूयॉर्क में कोविड मामलों के जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही न्यूयॉर्क के अस्पतालों में भर्ती अधिकांश कोरोना पेशंट्स इस वैरिएंट से पीड़ित हैं।

XBB वैरिएंट बीए.2.10.1 और बीए.2.75 से मिलकर बना हुआ है। यह भारत के अलावा दुनिया के 34 अन्य देशों में भी फैला हुआ है। यह वैरिएंट ओमीक्रोन परिवार के सभी वैरिएंट की तुलना में सबसे खतरनाक है। भारत में फिलहाल बीएफ.7 के मामले गुजरात और ओडिशा में मिले हैं। गुजरात में bf.7 से पीड़ित कोरोना पेशंट्स के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग के बाद ओमीक्रोन के XBB.1.5 वैरिएंट का पहला केस सामने आया है।

वायरस के जेनेटिक फुटप्रिंट्स पर एक्सपर्ट की नजर
महाराष्ट्र के सर्विलांस ऑफिसर डॉ. प्रदीप आवटे ने बताया कि हम वायरस के जेनेटिक फुटप्रिंट्स पर नजर रख रहे हैं। राज्य 100% जीनोमिक सीक्वेंसिंग कर रहा है, जबकि विदेशों से भारत आने वाले लोगों की भी थर्मल स्क्रीनिंग और 2% रैंडम सैंपलिंग शुरू हो गई है। इसके बाद पॉजिटिव सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है।' आवटे ने कहा, 'हमारे पास महाराष्ट्र में XBB सब वैरिएंट के 275 से अधिक मामले हैं। लेकिन XBB.1.5 एक अलग किस्म का सब वैरिएंट है, इसकी ट्रांसमिसिबिलिटी के बारे में बहुत कम जानकारी है। लेकिन XBB के परिवार से जुड़े होने के कारण इस सब वैरिएंट के मामूली प्रभाव होने की संभावना है।

भारत में XBB वैरिएंट के मामले ज्यादा
कोरोना का नया वैरिएंट BF.7 चीन, अमेरिका, ब्रिटेन, बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस और डेनमार्क सहित दुनियाभर के कई अन्य देशों में पाया गया है, लेकिन यह जरूरी नहीं कि चीन के अलावा अन्य देशों में भी उतना ही खतरनाक साबित हो। भारत में भी अभी इसके मामले कम ही दिखने को मिल रहे हैं। जबकि ओमीक्रोन वैरिएंट के ही सब वेरिएंट XBB के मामले अधिक सामने आ रहे हैं। एक्सपर्ट के अनुसार, देशभर में यह स्ट्रेन है और जो भी कोविड के मरीज मिल रहे हैं, उनमें से 40 से 50 फीसदी में XBB का ही संक्रमण मिल रहा है। इसे डेल्टा वैरिएंट से भी 5 गुना ज्यादा घातक बताया गया है। इस सब वैरिएंट की पहचान सबसे पहले सिंगापुर और अमेरिका में की गई थी।